भारत के लिये ये पल बहुत ऐतिहासिक होने वाला है , क्यूंकि भारत पहली बार G20 SUMMIT 2023 की अध्यक्षता कर रहा है । G20 SUMMIT के 17 साल के इतिहास मे ये मौका पहली बार आया है जब भारत इसकी मेजबानी कर रहा है । यह समिट भारत के लिया जरूरी भी है और मोस्ट इम्पॉर्टन्ट भी है सामरिक दृष्टिकोण से । भारत एशिया की एक उभर्ती हुई ईकानमी है भारत का ग्रोव होना पूरा एशिया के लिया भी बहुत जरूरी है क्यूंकी भारत एक सॉफ्ट पावर भी है ।
What is G20 Summit 2023 :
G-20 को ग्रुप ऑफ ट्वेंटी कहा जाता है, इस समूह के 19 देश सदस्य हैं, ग्रुप का 20वां सदस्य यूरोपीय संघ है. जी-20 समिट का आयोजन साल में एक बार होता है, हालांकि 2008 से शुरुआत के बाद 2009 और 2010 साल में जी-20 समिट का आयोजन दो-दो बार किया गया था. इस सम्मेलन में ग्रुप के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष को बुलाया जाता है और कुछ अन्य देशों को भी बुलाया जाता है. इसके बाद सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष बैठकर कई मुद्दों पर चर्चा करते हैं. भारत की अध्यक्षता में इस साल जी-20 सम्मेलन दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होने जा रहा है।
G20 Summit 2023: जी20 का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित होने जा रहा है। जी20 को ग्रुप ऑफ 20 भी कहा जाता है। यह आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है। जी20 का मंच अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों को निर्धारित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा आर्थिक स्थिरता, वैश्विक व्यापार, ग्लोबल चैलेंज से लेकर कई मुद्दों पर भी राय तय करने में जी20 की अहम भूमिका होती है। जी20 समूह का कोई स्थाई सचिवालय नहीं है। सभी 19 देशों और यूरोपीय यूनियन के बीच एक खास तरह की रोटेशन प्रणाली चलाई जाती है। उसी के जरिए नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है। G20 SUMMIT 2023 समूह का गठन हुए करीब 24 साल बीत चुके हैं। इस दौरान कुल 17 जी20 बैठकों का आयोजन हो चुका है। नई दिल्ली में यह 18वां जी20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है।
G20 SUMMIT HISTORY :
साल 1999 से पहले एशिया एक आर्थिक संकट से गुजर रहा था।
इसी मद्देनजर जर्मनी में जी8 देशों की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक के बाद जी20 का गठन किया गया।
जी20 बैठक में दुनिया के 20 मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देशों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गर्वनर को बुलाया गया।
इस संगठन का उद्देश्य विश्व के समक्ष जो आर्थिक चुनौतियां हैं। उनका आपसी चर्चा से हल निकालना था।
हालांकि, साल 2008 की वैश्विक मंदी के बाद देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल होने लगें।
G20 SUMMIT 2023 COUNTRIES :
- INDIA [BHARAT]
- UNITED STATE OF AMERICA
- ARGENTINA
- AUSTRALIA
- BRAZIL
- CANADA
- CHINA
- RUSSIA
- FRANCE
- GERMANY
- ITALY
- INDONESIA
- JAPAN
- MEXICO
- SOUTH KOREA
- SAUDI ARABIA
- TURKEY
- SOUTH AFRICA
- UNITED KINGDOM
- EUROPEAN UNION
G20 INVITED COUNTRY GUESTS :
- BANGADESH
- EGYPT
- COMOROS
- MAURITIUS
- NETHERLAND
- NIGERIA
- OMAN
- SINGAPORE
- SPAIN
- UNITED ARAB EMIRATES
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G20 SUMMIT 2023 INVITED INTERNATIONAL ORGANIZATION :
- ASIAN DEVLOPEMENT BANK
- IMF
- INTERNATIONAL LABOUR ORGANIZATION
- INTERNATIONAL SOLAR ALLIANCE
- UN
- WORLD BANK
- WHO
- WTO
- OCED
- FINALCIAL STATIBILITY BOARD
- COALITION FOR DESASTER RESILIENT INFRASTRUTURE
G20 WORK :
जी20 में दो तरह के समानांतर ट्रैक हैं। इसमें पहला वित्त ट्रैक है और दूसरा शेरपा ट्रैक।
वित्त ट्रैक का नेतृत्व वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक के गर्वनर करते हैं।
वहीं शेरपा ट्रैक को शेरपा द्वारा नेतृत्व किया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां शेरपा का अर्थ पहाड़ों पर चढ़ाई करते समय गाइड करने वाले शेरपा से नहीं है।
जी20 के संदर्भ में शेरपा उच्च रैंक वाले सरकारी अधिकारी और डिप्लोमेट होते हैं, जो अपने देश के प्रतिनिधि मंडल की मीटिंग और सम्मेलनों की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- साइबर सुरक्षा मानकों और डेटा प्राइवेसी रेगुलेशंस को सुसंगत बनाना
- अनुसंधान-विकास और प्रौद्योगिकी के क्रॉस बॉर्डर ट्रांसफर की अनुमति देना
- एक यूनिवर्सल श्रम सूचना प्रबंधन प्रणाली डेवलप करना
- AI युग में तकनीक-संचालित फ्रेमवर्क को शामिल करना
- अफ्रीका को ग्लोबल इकोनॉमी में शामिल करना.
- सर्विस ट्रेड में सुधार और व्यापार में प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना
- वित्तीय समावेशन और स्वास्थ्य देखभाल पहुंच को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर रोलआउट
- एक सामंजस्यपूर्ण अंतरराष्ट्रीय कार्बन बाजार के माध्यम से नेट-जीरो ट्रांजीशन में तेजी लाना
G20 SUMMIT 2023 RECIVING STATUS :
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक- अश्विनी चौबे
जापान के पीएम फुमियो किशिदा- अश्विनी चौबे
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति युन सौक यौल- राजीव चंद्रशेखर
ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज- राजीव चंद्रशेखर
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा- नित्यानंद राय
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों- अनुप्रिया पटेल
मॉरीशस के पीएम प्रवीण कुमार जगन्नाथ- श्रीपाद येशो नायक
सिंगापुर के पीएम ली सीन लूंग- एल मुरूगन
यूरोपियन यूनियन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन- प्रह्लाद सिंह पटेल
स्पेन के राष्ट्रपति- शांतनु ठाकुर
चीन के पीएम ली कियांग- वीके सिंह
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन- वीके सिंह
इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी- शोभा करांदलाजे
बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना- दर्शना जरदोश
G20 SUMMIT BHARAT : CONCLUSION –
भारत के लिए ‘गेम चेंजर’ क्यों है G20Bharat समझिए
- पहला फ़ायदा दुनिया भर में भारत की ब्रैंडिंग का सबसे बड़ा मौक़ा
- दूसरा फ़ायदा दक्षिण एशिया समेत पूरी दुनिया में भारत का दबदबा बढ़ेगा
- तीसरा फ़ायदा G20 में अफ़्रीकन यूनियन शामिल हुआ तो पूरा क्रेडिट भारत को जाएगा
- चौथा फ़ायदा Global Leader के तौर पर PM मोदी की छवि और मज़बूत होगी
- पांचवां फ़ायदा कोविड मैनेजमेंट से G20 के आयोजन तक PM मोदी के Vision पर दुनिया की मुहर लगी
- छठा फ़ायदा दुनिया की GDP में G20 की 80% हिस्सेदारी कारोबार के लिहाज से भारत के पास बड़ा मौक़ा